Friday, June 4, 2010

मेरे दिल कि बेख्याली से..
नींद कि दुश्मनी पुरानी है ..
जब जब जागती पलकों पर
स्वप्न गढ़ता है ............नींद
वक्त से पहले चली आती है....

3 comments:

  1. wow...what a thought!

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  2. मेरे दिल कि बेख्याली से..
    नींद कि दुश्मनी पुरानी है


    mujhe ye line bahut pasand aayi vandna...

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  3. matlab neend nahi aati hai...sleeping pills mat lena.....consult to doctor :-)

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तुम्हे जिस सच का दावा है  वो झूठा सच भी आधा है  तुम ये मान क्यूँ नहीं लेती  जो अनगढ़ी सी तहरीरें हैं  कोरे मन पर महज़ लकीर...