आज कुछ पुराने पन्ने पलटे
अपने आप से मिलना हुआ.
कुछ खूबसूरत पल मुस्कुराकर मिले.
मानो खिल से गए हों
मुझे लौटते देखकर ..
मगर अगले ही पल
जाने क्यूं नाराज़गी में
मुझसे मूँह फेर लिया ..
शिकायत भरी खामोशी
ने कितने सारे इल्जाम
जड़ दिए मेरे शर्मसार चेहरे पर ..
हया से गड़ गयी मेरी आँखे
जमीर कि जमीं के भीतर तक ..
मगर , मेरी आँखों के पानी में
बह गयी मानो उनकी सारी नाराज़गी
खिलखिलाकर हंस पड़े सब के सब मुझपर
और मुझे जैसे फिर से जी उठने को
हिम्मत कि एक चाबी
मेरी उम्मीदों को सौंप दी ..
मगर चाबी अपने हाथो में लिए
मैं आज बस यही सोच रहीं हूँ
उस पागलपन के लिए मुझे
तुम भी माफ़ तो कर दोगे ना ..??
मोहब्बत मे ये सब तो चलता ही रहता है…………गिले शिकवों का दौर् और उस अहसास को सुन्दरता से पिरोया है।
ReplyDeletemaine ek alag buniyaad par kavita likhi thi par sayad main bhavo ko sahi shabd nahi de paayi ..isliye aapne jra sa alag samjha :( ...khair bahut bahut shukriyaa jo aapko pasand aayi :)
ReplyDeleteबहुत ही ख़ूबसूरत भाव हैं कविता के....
ReplyDeleteउम्मीद है आपको माफ़ी जरूर मिलेगी....
आपकी नज़र में कविता के भाव भी जानना चाहूँगा...
यह हैं देश के सच्चे सपूत और आप इन्हें ही नहीं पहचान पाए .... . ...
बहुत ही सुन्दर कविता.
ReplyDeleteसुन्दर रचना
ReplyDeleteबिल्कुल भी नहीं माफ़ करेंगे जी........क्यों करे ? जों किया तो इतनी मासूमियत से नहीं पूछोगी ....Good one . I love this
ReplyDeleteकोमल अहसासों की खूबसूरत अभिव्यक्ति. आभार.
ReplyDeleteसादर,
डोरोथी.
aapki itni sunder kavita ne man ko mugdh kar diya.
ReplyDeleteplease come to my blog to know the truth of poetry
ReplyDeletehttp://ntushar.blogspot.com
and your poem is good.please provide your email id
अच्छी सुंदर रचना मन की भावनाओ का सुंदर चित्रण ..........
ReplyDeletebohot bohot khoobsurat rachna hai....bohot hu umda
ReplyDeleteसब माफ़ ही रहता है मुहब्बत में.
ReplyDeleteमेरी कुछ पंक्तियाँ देखें:-
फूल बाग़ों में ही नहीं खिलते,
दिल के आँगन में भी तो खिलता है.
प्यार में गलतियाँ नहीं होतीं,
इनसे दिल को सुकून मिलता है
एक मासूम की तरह प्रार्थना की है आपने ..माफ़ी के लिए ..प्यार मैं यह जज्बात होते ही हैं , जिससे हमें सच्चा प्यार करते हैं उसके बारे में हम कभी बुरा नहीं सोच सकते हैं ...बस हर हाल में उसका भला चाहते हैं ...बहुत खूब ...शुक्रिया
ReplyDeleteचलते -चलते पर आपका स्वागत है
Nice
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